
दोस्तों, क्रिकेट की दुनिया में ड्रामा कभी खत्म नहीं होता! भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज एक रोमांचक मोड़ पर है, और मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट से ठीक पहले भारतीय कैंप से एक बड़ी खबर आई है। टीम इंडिया को एक नहीं, बल्कि दो बड़े झटके लगे हैं, जिससे टीम का संतुलन थोड़ा बिगड़ता हुआ दिख रहा है।
मुख्य बातें
- ✓ ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी बाएं घुटने की चोट के कारण पूरी सीरीज से बाहर हो गए हैं।
- ✓ तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह अंगूठे की चोट के चलते मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट में नहीं खेलेंगे।
- ✓ हरियाणा के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को पहली बार भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया है।
- ✓ पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने चयन प्रक्रिया, खासकर हर्षित राणा को नजरअंदाज किए जाने पर सवाल उठाए हैं।
- ✓ अंशुल कंबोज रणजी ट्रॉफी के एक मैच की एक ही पारी में सभी 10 विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं।
मैनचेस्टर टेस्ट से पहले दोहरा झटका
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से पीछे चल रही भारतीय टीम के लिए चौथा टेस्ट 'करो या मरो' जैसा है। लेकिन इस अहम मुकाबले से ठीक दो दिन पहले, टीम को दो प्रमुख खिलाड़ियों को खोना पड़ा है। BCCI ने अपनी प्रेस रिलीज में इस बात की पुष्टि की है कि ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी और तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह चोट के कारण बाहर हो गए हैं।
नितीश कुमार रेड्डी, जिन्होंने लॉर्ड्स और एजबेस्टन टेस्ट में हिस्सा लिया था, बाएं घुटने की चोट की वजह से पूरी सीरीज से ही बाहर हो गए हैं। BCCI के अनुसार, वह जल्द ही स्वदेश लौटेंगे। हालांकि गेंद से उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था, लेकिन बल्ले से वह कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए थे। उनका सीरीज से बाहर होना टीम के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि वह एक ऑलराउंडर की भूमिका निभा रहे थे।
वहीं दूसरी ओर, अर्शदीप सिंह की किस्मत ने भी उनका साथ नहीं दिया। उन्हें बेकनहम में एक ट्रेनिंग सेशन के दौरान नेट्स पर गेंदबाजी करते समय बाएं अंगूठे में चोट लग गई। नतीजा यह हुआ कि वह मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। यह काफी निराशाजनक है क्योंकि अर्शदीप ने इस सीरीज में अब तक एक भी मैच नहीं खेला था और मौके का इंतजार कर रहे थे। इसके अलावा, तेज गेंदबाज आकाश दीप भी ग्रोइन की चोट से जूझ रहे हैं, और उनकी उपलब्धता पर भी सस्पेंस बना हुआ है।
कौन हैं अंशुल कंबोज? टीम इंडिया का नया चेहरा
इन दो झटकों के बीच, पुरुष चयन समिति ने एक नए चेहरे को टीम में शामिल किया है - अंशुल कंबोज। अंशुल मैनचेस्टर में टीम के साथ जुड़ गए हैं और माना जा रहा है कि उन्हें प्लेइंग-11 में भी मौका मिल सकता है। तो सवाल यह है कि अंशुल कंबोज कौन हैं और उनका रिकॉर्ड कैसा है?
अंशुल हरियाणा के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं और एक दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज हैं। वह लगातार 130-135 किमी/घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने की क्षमता रखते हैं। उनकी सबसे बड़ी ताकत बेहतरीन यॉर्कर फेंकना है, और वह बल्ले से भी उपयोगी योगदान दे सकते हैं। उनका हालिया प्रदर्शन काफी प्रभावशाली रहा है, खासकर इंडिया ए के लिए खेलते हुए।
टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड लायंस के खिलाफ हुए दो मैचों में, कंबोज ने चार पारियों में पांच विकेट लिए थे और वह पूरी सीरीज में सबसे प्रभावशाली तेज गेंदबाज बनकर उभरे थे। उन्होंने 24 प्रथम श्रेणी मैचों में अब तक 79 विकेट अपने नाम किए हैं, जिसमें दो बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा भी शामिल है।
रणजी ट्रॉफी का वो ऐतिहासिक कारनामा
अंशुल कंबोज का नाम क्रिकेट जगत में तब गूंजा जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी में एक अविश्वसनीय रिकॉर्ड बनाया। 15 नवंबर, 2024 को केरल के खिलाफ एक मैच में, अंशुल ने एक ही पारी में सभी 10 विकेट चटकाकर इतिहास रच दिया था। यह एक ऐसा कारनामा है जो किसी भी गेंदबाज का सपना होता है।
10 विकेट हॉल का कमाल
उस मैच में उन्होंने 30.1 ओवर की गेंदबाजी में 9 मेडन ओवर डाले और सिर्फ 49 रन देकर 10 विकेट हासिल किए। इस प्रदर्शन के साथ, वह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में एक पारी में 10 विकेट लेने वाले सिर्फ तीसरे गेंदबाज बन गए। उनसे पहले यह रिकॉर्ड बंगाल के प्रेमंगसु चटर्जी (1956-57) और राजस्थान के प्रदीप सुंदरम (1985-86) के नाम था। यह उपलब्धि उनकी काबिलियत को दर्शाती है।
चयन पर क्यों उठे सवाल? आकाश चोपड़ा की चिंता
अंशुल कंबोज का चयन जितना रोमांचक है, उतना ही चयन प्रक्रिया को लेकर भ्रम भी पैदा हो गया है। पूर्व भारतीय ओपनर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने इस पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनका सवाल खासकर तेज गेंदबाज हर्षित राणा को लेकर है। यहाँ बात थोड़ी पेचीदा हो जाती है।
पहले टीम ने हर्षित राणा को चुना था, और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपना टेस्ट डेब्यू भी किया था। लेकिन बाद में जब आकाश दीप फिट हो गए, तो हर्षित को वापस भेज दिया गया। अब जब टीम में फिर से चोट की समस्या हुई, तो अंशुल कंबोज को बुलाया गया, लेकिन हर्षित राणा को नहीं। इससे यह सवाल उठता है कि चयन का आधार क्या है? क्या कोई स्पष्ट नीति है?
आकाश चोपड़ा का कहना है कि शायद टीम मैनेजमेंट के पास अपनी कोई ठोस वजह है, लेकिन वे इसे सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं। इस 'कम्युनिकेशन गैप' की वजह से ही बाहर से देखने वालों के लिए यह सब थोड़ा कन्फ्यूजिंग लगता है। पहले कंबोज को नजरअंदाज किया गया और अब उन्हें सीधे टीम में जगह मिल गई, जबकि पहले चुने गए राणा को मौका नहीं मिला।
चौथे टेस्ट के लिए भारत की अपडेटेड टीम
इन सभी बदलावों के बाद, 23 जुलाई, 2025 से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है:
- ✓ शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (उपकप्तान और विकेटकीपर), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, रवींद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, कुलदीप यादव, अंशुल कंबोज।
Conclusion
तो दोस्तों, कुल मिलाकर कहानी यह है कि मैनचेस्टर टेस्ट से पहले भारतीय टीम मुश्किलों में है। नितीश रेड्डी और अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ियों का बाहर होना निश्चित रूप से एक झटका है। लेकिन हर चुनौती एक नया अवसर लेकर आती है, और इस बार यह अवसर मिला है युवा अंशुल कंबोज को। उनका घरेलू रिकॉर्ड शानदार है और अब देखना यह होगा कि वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस मौके को कैसे भुनाते हैं। चयन को लेकर कुछ सवाल जरूर हैं, लेकिन अंत में मैदान पर प्रदर्शन ही मायने रखता है।
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